मेडिकल स्टोर खोलने के लिए सबसे छोटा कोर्स कौन सा होता है उसमें क्या क्या बढ़ना होता है कितना खर्चा आता है और मेडिकल स्टोर खोलने का कंप्लीट प्रोसेस क्या होता है क्योंकि कोर्से करने के बाद आपके पास मेडिकल स्टोर खोलने की तो अथॉरिटी होती है लेकिन उसमें पहले आपको परमिशन लेनी होती है लाइसेंस बनवाना पड़ता है तो उसका क्या प्रोसेस रहेगा इन सभी चीजों के बारे में आज हम जानने वाले है तो अगर आप भी इसके बारे में पूरी इन्फोर्मेशन चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए.
मेडिकल स्टोर खोलने के लिए किया जाने वाला सबसे छोटा कोर्स
12th पास के बाद मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आपको एक डिप्लोमा कोर्स करना होता है जिसका नाम है ‘डिप्लोमा इन फार्मेसी’ यानी की डीफार्मा जो कि सबसे कम ड्यूरेशन यानी की सिर्फ 2 साल का कोर्स होता है और ज्यादातर कैंडिडेट इस कोर्स को करते ही इसलिए हैं ताकि वे अपना मेडिकल स्टोर खोल सके तो डीफार्मा को सिर्फ 12th साइंस स्ट्रीम वाले कैंडिडेट ही कर सकते हैं यानी की अगर 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलोजी या फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ इन दोनों में से एक भी कोर्स किया हो तो वो भी डीफार्मा कर सकते हो और डीफार्मा या तो आप प्राइवेट कॉलेज से डायरेक्ट कर सकते हो वरना सरकारी कॉलेज से भी आप इस कोर्स को कर सकते हैं.
बस उसके लिए पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा सीपीएमटी, पीएमईटी, जीपीएटी, यूपीएसईई, जेईई फार्मेसी, एयू एआईएमईई, इस तरह के ये कुछ एंट्रेंस एग्जाम हैं जिन्हें आपको पास करना होगा सरकारी कॉलेज में इस कोर्स की फीस 1 लाख रूपये के लगभग होती है जबकि प्राइवेट कॉलेज में 1 लाख 50 हजार से 2 लाख 50 हजार रूपये तक का इसमें खर्चा आ जाता है.
डीफार्मा में आपको क्या सिखाया जाता है?
इस कोर्स में आपको दवाइयों के बारे में सिखाया जाता है ये कैसे बनाई जाती है उनमें कौन कौन से केमिकल यूज़ किए जाते हैं किस दवाई का क्या यूज़ होता है वह किस बिमारी में इस्तेमाल की जाती है इस तरह की दवाइयों से संबन्धित चीजों के बारे में इस कोर्स ने पढ़ाया जाता है फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोग्नोसी, बायो केमिस्ट्री एंड क्लिनिकल पैथोलॉजी, ह्यूमन एंटॉमी एंड फिजियोलॉजी, हेल्थ एजुकेशन ऐंड कम्यूनिटी फार्मेसी इस तरह के विषय इस कोर्स में आपको पढ़ने होते है.
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इसके बाद मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आपको फार्मेसी लाइसेंस के लिए अप्लाइ करना होता है इसमें सबसे पहले आपको अपनी एक ही यूनीक आईडी बनवानी होती है आईडी वेरीफाई होने के बाद आपको dr*g लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होगा dr*g इंस्पेक्टर आपके शॉप पर आकर चेक करेंगे आपके सभी डॉक्यूमेंट देखे जाएंगे अगर सभी कुछ सही पाया गया तो ड्रग इंस्पेक्टर वेरिफाइ कर देते हैं जिसके बाद आपका फॉर्म डीएलए ऑफिस में जाता है जहाँ से वेरिफाई होने के बाद आपका लाइसेंस नंबर और लाइसेंस आपके नंबर पर सेंड कर दिया जाता है.
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जिसकी फोटो कॉपी निकालकर आपको अपनी दुकान लगानी होती है तो इस तरह से आप मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं और अपना लाइसेंस बनवा सकते हैं और इस कोर्स के बाद ऐसा नहीं है कि आपको मेडिकल स्टोर ही खोलना है ऐसी बहुत सी नौकरियां हैं जिन्हें आप डीफार्मा के बाद भी कर सकते हैं फार्मा कंपनी में आप काम कर सकते हैं, दवाइयों की मार्केटिंग का काम कर सकते हैं, वो हॉस्पिटल में फार्मेसी टेक्नीशियन बन सकते हैं, फार्मेसी मैनेजर, फार्मेसी असिस्टेंट इस तरह की बहुत सी नौकरियां हैं जिन्हें आप डीफार्मा का कोर्स करने की बात आसानी से कर सकते हैं और महीने के 20,000 रूपये तक कमा सकते हैं तो इस पूरे कोर्स को करने के बाद आप अपना मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं.
आज आपने क्या सीखा?
तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको मेडिकल स्टोर खोलने के लिए किये जाने वाले कोर्स के बारे में बताया है उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपको अच्छे समझ में आ गई होगी इसके अलावा अगर आप किसी अन्य टॉपिक पर जानकारी चाहते हैं तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं.